जब आर्यभट्ट ने शून्य का आविष्कार किया था तो उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि हजारों वर्षों बाद,कोई क्रिकेट खिलाड़ी उनके द्वारा आविष्कारित शून्य को इस तरह महिमामंडित करेगा |
वैसे शून्य वो है जो किसी अंक के साथ लगे तो उस अंक में चार चाँद लग जाते हैं लेकिन अगर ये अकेले चले तो बहुतों के सितारे जमीन पर आ जाते हैं | जैसे पिछले कुछ मैचों में के. एल.राहुल के सितारे जमीन पर आ रहे,जिन्हें मौके तो बहुत मिल रहे पर रन न बना पा रहे |
मंगलवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टी 20 मैच में राहुल फिर से शून्य पर आउट हुए लेकिन इस अद्भुत कारनामे के बावजूद रिकॉर्ड बना बैठे | राहुल लगातार दो टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में शून्य पर आउट होने वाले भारत के पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं |
इससे पहले ऐसी महान उपलब्धि का तमगा,अंबाती रायडू,यूसुफ पठान,आशीष नेहरा के सर बंध चुका है | और वाशिंगटन सुंदर तो लगातार तीन बार शून्य पर आउट होकर शिखर पर विराजमान हैं |
इंग्लैंड के साथ इस श्रृंखला में पिछले दो मैचों में राहुल,1 और 0 पर आउट हुए थे और शायद इनकी इन्हीं उपलब्धि को देखते हुए तीसरे मैच में भी मौका दिया गया | फिर क्या था,के एल.राहुल ने भी चयनकर्ताओं को निराश न करते हुए रिकॉर्ड बना ही डाला |
वैसे टीम इंडिया में प्रतिभाओं को कमी नहीं है,और ऐसी महान प्रतिभाओं को जब कप्तान का साथ मिल जाए तो फिर क्या कहने | उधर सूर्य कुमार यादव बेंच पर बैठे दूसरे टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच में खेलने का इंतजार करते रहे इधर अद्भुत प्रतिभावान कमाल लाजवाब शून्यधारी राहुल ने एक अलग कीर्तिमान बना डाला |
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आईपीएल 2020 में जब के एल राहुल के बल्ले से लगातार रन बरस रहे थे तो कमेंट्री बॉक्स में बैठे कमेंटेटर उन्हें कमाल लाजवाब राहुल का तमगा दे रहे थे | वो कमाल आईपीएल के बाद कहीं गुम हो गया | उसे ये बल्लेबाज खुद ढूंढ सकता है कोई दूसरा नहीं |
लेकिन यूँ आर्यभट्ट के सच्चे शिष्य बनकर खुद के साथ साथ टीम की लुटिया डुबोने से राहुल को चयनकर्त्ता जरूर रोक सकते हैं वो भी तब जब कई प्रतिभवान खिलाड़ी अपनी बारी का इंतजार कर रहे |