Rishabh Pant
Image- BCCI

“जीतने का मजा तब आता है जब सभी आपके हारने का इन्तजार कर रहे हों |” ऋषभ पंत पर ये बात बिलकुल सही साबित होती है | जीत सिर्फ मैदान की नहीं बल्कि भविष्य की संभावनाओं से भरपुर एक युवा खिलाड़ी के आत्मविश्वास की है |

कभी ख़राब परफॉरमेंस,वजन,कीपिंग,कभी ख़राब शार्ट की वजह से टीम इंडिया में इन आउट होते रहे ऋषभ पंत और क्रिकेट प्रेमियों के लिए ये सब बीते दिनों की बात है | आज की तारीख की बात करें तो जनवरी 2019 में आईसीसी द्वारा उभरते हुए खिलाड़ी के ख़िताब से नवाजे गए पंत टीम इंडिया के तारणहार बल्लेबाज नजर आते हैं |

फॉर्मेट कोई भी हो पंत की शैली एक जैसी ही रहती है | गेंद और गेंदबाज की जमकर धुलाई | दूध से सफेदी बल्लेबाजी में नजर आई | जनवरी में टीम इण्डिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले सोशल मीडिया पर मीम्स बनाकर पंत की कीपिंग और बैटिंग का मजाक उड़ाया जाता था | आज सोशल मीडिया में हर तरफ इस युवा विध्वंसक बल्लेबाज के लिए प्रशंसा और प्यार नजर आ रहा |

आलोचकों की जुबान पर जड़ा ताला |

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जनवरी में ब्रिस्बेन टेस्ट में 138 गेंदों पर खेली गई 89 रनों की पारी से ड्रा की ओर बढ़ रहे को मैच को जीताना | फिर सिडनी में 97 रनों की साहसिक,अद्भुत,अकल्पनीय पारी से हार को टालकर मैच को ड्रा करवाना |

हालाँकि आश्विन और हनुमा विहारी ने भी इसमें बड़ी भूमिका निभाई थी लेकिन नींव पंत ने ही रखी | वो भी बिना इस बात की परवाह किए कि वो शतक से केवल तीन रन दूर रह गए |

शुक्र है पंत टीम इंडिया के एक पुराने दिग्गज के नक़्शे कदम पर नहीं चले जो हमेशा शतकों के चक्कर में रहते थे,टीम जीते या हारे बिना इसकी परवाह किए | खैर ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद पंत के आत्मविश्वास को तो जैसे पंख लग गए और उन आत्मविश्वासी पंखों की उड़ान 5 मार्च को चौथे टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी में देखने को मिली | 118 गेंदों पर 101 रन जिसमें 13 चौके और दो छक्के शामिल थे |

इसी मैदान को तेज गेंदबाजों का मददगार बताया जा रहा था पर इंग्लैंड की तरफ से सबसे सफल बल्लेबाज जेम्स एंडरसन की पंत ने वो धुलाई की जैसे कपड़ों को घिस घिस के पुराने दाग निकाल रहे हों | यहाँ गौरतलब है कि यह पंत के टेस्ट करियर का तीसरा और मातृभूमि पर पहला शतक था |

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ऐसा लग रहा है जैसे एक अरसे बाद टीम को सहवाग जैसा,बेख़ौफ़,बेहतरीन जांबाज बल्लेबाज मिला है,जिसके लिए शतक नहीं बल्कि टीम की जीत मायने रखती है |

इंग्लैंड साथ चल रही पेटीएम वन डे श्रृंखला के तीन मैचों में पंत ने दो अर्धशतक जड़े | केवल 18 वन डे में 528 रन बनाने वाले ऋषभ पंत टीम इंडिया के स्वर्णिम भविष्य हैं |

यह भी एक संयोग ही था कि क्रिकेट प्रेमियों ने दिन में इंग्लैंड के खिलाफ पंत और शाम को रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में सहवाग की जबरदस्त पैसा वसूल बल्लेबाजी देखी | जैसे गुरु द्रोण और अर्जुन सरीखे गुरु शिष्य | पंत जैसे कोहिनूर के लिए सिर्फ एक ही बात कह सकते हैं – अभी तो पार्टी शुरू हुई है

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