BCCI Review Meeting. टीम इंडिया को पिछले करीब 10 साल से आईसीसी इवेंट जीतने का इंतजार है। साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद से भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी की ट्रॉफी जीतने में कामयाबी नहीं मिल पा रही है। इसके बाद से अब तक वनडे वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप के साथ ही आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप मिलाकर कुल 8 बड़े इवेंट खेले जा चुके हैं, लेकिन मैन इन ब्लू को खाली हाथ ही रहना पड़ा है।
वर्ल्ड कप 2023 को लेकर बीसीसीआई की हाई लेवल मीटिंग
साल 2023 का आगमन हो चुका है, इस साल सबसे बड़ा टूर्नामेंट आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप खेला जाना है, जो भारत की मेजबानी में होगा। अक्टूबर-नवंबर में होने वाले इंटरनेशनल क्रिकेट के इस सबसे बड़े इवेंट के लिए बीसीसीआई किसी भी तरह की चूक के मूड में नहीं है। जो किसी तरह से वर्ल्ड कप को भारत में देखना चाहता है।
तभी तो नए साल का नया सवेरा होने के साथ ही इस बार एक नए तरीके से टीम इंडिया (Team India) को तैयार करना चाहते हैं, जिसे लेकर इस साल के पहले ही दिन मुंबई में एक ग्रैंड मीटिंग हुई, जिसमें भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) से लेकर एनसीए चीफ वीवीएस लक्ष्मण के साथ ही बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह के अलावा तमाम बड़े अधिकारी शामिल हुए।
बीसीसीआई रिव्यू मीटिंग में लिए गए कई बड़े फैसले
ये एक कोई आम बैठक नहीं थी, बल्कि इसे आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए की गई थी, इसमें भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 2013 के बाद वनडे विश्व कप जीतने के लिए रोड़मैप तैयार किया गया, जिसमें वो हर जरूरी फैसले किए गए जो टीम के लिए आगामी विश्व कप की तैयारी में बहुत ही अहम हो सकते हैं। जिसमें खिलाड़ियों के फिटनेस से लेकर चयन तक सभी बातों का ध्यान रखा गया है।
विश्व कप के लिए 20 खिलाड़ियों का किया गया सेलेक्शन
बीसीसीआई रिव्यू मीटिंग की सबसे खास और अहम बात ये रही कि विश्व कप के लिए 20 खिलाड़ियों का चयन कर लिया गया है। ये सेलेक्टेड प्लेयर्स ही पूरे सालभर टीम में रोटेशन प्रक्रिया के तहत खेलते रहेंगे। जो इस साल विश्व कप तक होने वाले करीब 35 वनडे मैचों तक चयन समिति की योजना में शामिल रहेंगे। इन 20 खिलाड़ियों में से ही प्रदर्शन के आधार पर अंतिम स्क्वॉड तैयार किया जाएगा।
हालांकि इसमें ये भी फैसला किया गया है कि कोई खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन करता है तो उस नाम पर विचार किया जा सकता है। वैसे इस सेलेक्टेड प्लेयर्स के पूल में किन-किन खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है।
आईपीएल में खेलने वाले बड़े खिलाड़ियों पर भी सख्ती
अक्सर ही ऐसा कहा जाता रहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम का कोई बड़ा इवेंट ना जीत पाने की सबसे बड़ी वजह आईपीएल है। आईपीएल के काफी बिजी शेड्यूल से या तो टीम के खिलाड़ी थक जाते हैं, या फिर चोटिल हो जाते हैं, जिससे वो टीम के लिए तय समय पर फिट नहीं हो पाते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए बोर्ड किसी तरह की कोताही बरतना नहीं चाहता है तभी तो वो नेशनल क्रिकेट एकेडमी के साथ मिलकर ये योजना बना रहे हैं कि आईपीएल फ्रैंचाइजी को साथ लेकर बड़े खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेज करें। जिसमें माना जा रहा है कि रोहित शर्मा, हार्दिक पंड्या, विराट कोहली (Virat Kohli) , केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह जैसे बड़े प्लेयर्स को आईपीएल-16 के कुछ मैचों से दूर भी रहना पड़ सकता है।
फिटनेस और घरेलू क्रिकेट को लेकर भी लिए बड़े निर्णय
यहां पर केवल वर्ल्ड कप 2023 को लेकर ही नहीं बल्कि और भी फैसले लिए गए हैं, जिसमें फिटनेस लेवल और नेशनल टीम में सेलेक्शन के लिए भी मापदंड तय किए गए हैं। जिसमें उभरते युवा खिलाड़ियों को नेशनल टीम में जगह बनाने के लिए पर्याप्त रूप से घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना आवश्यक कर दिया गया है। इसके अलावा फिटनेस टेस्ट का भी खास ध्यान रखा गया है। जिसमें खिलाड़ियों का चयन फिटनेस टेस्ट पर किया जाएगा। इसके लिए एक बार फिर से यो-यो टेस्ट के साथ ही डेक्सा टेस्ट को शामिल कर लिया गया है।
आपको बता देंकि विराट कोहली के कप्तान रहते यो-यो टेस्ट की शुरुआत की गई थी, जिसमें खिलाड़ियों का फिटनेस लेवल देखने के लिए एक पैरामीटर सेट किया गया था। जिसमें 20 में से 16.1 से 16.5 अंक तक चयन के लिए अनिवार्य किए गए थे। इन टेस्टों को बोर्ड के सेन्ट्रल पूल में शामिल सभी खिलाड़ियों पर अप्लाई किया जाएगा।