Team India Test Captain. टीम इंडिया के सबसे कामयाब टेस्ट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने जब पिछले साल के आखिर में टेस्ट कप्तानी से हटने का फैसला किया, तो उसके बाद सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को टीम का नेतृत्व सौंपा गया। हिटमैन के कप्तान बनने के बाद से ही उनसे काफी उम्मीदें थी कि वो विराट कोहली की तरह ही टीम के विजयरथ को बरकरार रखेंगे। लेकिन रोहित खुद को फिट ही नहीं रख सके जो लगभग इस साल इस फॉर्मेट में चोट के कारण दूर ही रहे हैं।
रोहित रहते हैं चोटिल तो राहुल में नहीं है बतौर कप्तान दमखम
वो रेगुलर टेस्ट कप्तान बनने के बाद महज 2 मैच में टीम की अगुवायी कर सके। वहीं उनकी गैरमौजूदगी में टीम मैनेजमेंट ने अजिंक्य रहाणे, जसप्रीत बुमराह और केएल राहुल को बैकअप कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी, लेकिन इन खिलाड़ियों में वो बात नजर नहीं आ रही है जो टीम इंडिया के लिए कप्तानी का भविष्य कहे जा सकते हैं।
जिस तरह से रोहित शर्मा लगातार अनफिट रहते हैं वहीं उनके विकल्प के तौर पर माने जा रहे केएल राहुल का फॉर्म भी डाँवाडोल नजर आ रहा है। वो अब तक 3 टेस्ट मैच में कप्तानी कर चुके हैं, लेकिन उनके बल्ले से 20 से भी कम की औसत से केवल 115 रन निकले हैं। उससे तो लगता है कि ये ज्यादा समय तक भारतीय क्रिकेट टीम की टेस्ट कप्तानी नहीं कर पाएंगे ऐसे में इस समय टीम मैनेजमेंट को हर हाल में नए टेस्ट कप्तान का विकल्प ढूंढना ही होगा। तो चलिए हम आपको बताते हैं वो 3 खिलाड़ी जो भविष्य में बन सकते हैं टीम के टेस्ट कप्तान
3. आर अश्विन
भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा समय में सबसे अनुभवी खिलाड़ी आर अश्विन का टीम में कितना बड़ा कद है ये किसी से छुपा नहीं है। तमिलनाडू के इस फिरकी गेंदबाज ने जब से टीम इंडिया में टेस्ट की स्पिन गेंदबाजी की कमान अपने हाथ संभाली है, उसके बाद तो बहुत ही खतरनाक साबित हुए हैं। विपक्षी बल्लेबाजों को अपनी फिरकी की तान पर नचाने वाले अश्विन बल्लेबाजी में भी काफी शानदार रहे हैं। यानी इस दिग्गज खिलाड़ी ने एक ऑलराउंडर के रूप में अपने आपको स्थापित किया है।
उन्होंने निचले क्रम पर 27.41 की औसत से 3043 रन बनाए हैं। इस दौरान इन्होंने 5 शतक और 13 अर्धशतक अपने नाम किए हैं। वहीं जब गेंदबाजी की बात करें तो वो 449 विकेट भी झटक चुके हैं। उन्होंने ना केवल गेंदबाजी से बल्कि बल्लेबाजी से भी टीम को अहम मैच जीताएं हैं। फिर भी उन्हें भारत से बाहर ज्यादा मौका नहीं मिल पाता है। लेकिन जब भी मौका मिलता है वो एक हरफनमौला खिलाड़ी के तौर पर अपना पूरा अनुभव झोंक रहे हैं। 88 टेस्ट मैच का अनुभव रखने वाले इस खिलाड़ी में कप्तानी की काबिलियत मौजूद है। ऐसे में इनके नाम पर भी अगले टेस्ट कप्तानी का विचार किया जा सकता है।
2. श्रेयस अय्यर
टीम इंडिया में पिछले कुछ सालों में एक से एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी देखने को मिले हैं, जिसमें से एक भविष्य युवा स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर में भी दिखता है। मुंबई के इस बल्लेबाज ने वैसे तो हर फॉर्मेट में मौका मिलने पर बढ़िया प्रदर्शन किया है, लेकिन जब टेस्ट फॉर्मेट में धीरे-धीरे भरोसेमंद होते जा रहे हैं। क्रिकेट के इस सबसे लंबे फॉर्मेट में वो एक अलग ही स्तर के बल्लेबाज के रूप में उभरे हैं। जिन्होंने 56.72 की औसत से 624 रन बनाए हैं। वो इस दौरान 1 शतक और 5 अर्धशतक लगा चुके हैं।
हाल ही में उन्होंने बांग्लादेश के दौरे पर टीम के लिए काफी जिम्मेदारी के साथ बल्लेबाजी की। इसके अलावा जब बात उनमें नेतृत्व क्षमता की करें तो उन्होंने आईपीएल में अपने आपको साबित भी किया है। ऐसे में 28 वर्षीय इस खिलाड़ी को आने वाले समय में टेस्ट कप्तानी का दावेदार माना जाए तो बिल्कुल भी गलत नहीं होगा।
1. ऋषभ पंत
जब से महेन्द्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा है उसके बाद सालों तक टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर रिद्धीमान साहा बहुत ही सही चॉइस दिख रहे थे, लेकिन साहा के चोटिल होने के बाद ऋषभ पंत को टेस्ट में मौका क्या मिला, उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है। बाएं हाथ के इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने अपनी बेखौफ बल्लेबाजी से काफी प्रभावित किया है। ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर उनके द्वारा खेली गई सिडनी टेस्ट की पारी को कोई नहीं भूल सकता है। भले ही टी20 और वनडे में वो अंदर-बाहर होते रहे हैं, लेकिन टेस्ट में उनकी बल्लेबाजी टीम के लिए काफी बड़ी भूमिका अदा कर रही हैं।
वो टेस्ट में अपने ही स्टाइल में बललेबाजी करते हुए टीम इंडिया को कई मैचों में जीत दिलायी है। पंत ने करीब 44 की औसत से 2271 रन बनाए हैं। जिसमें वो 5 सेंचुरी भी लगा चुके हैं। ये युवा खिलाड़ी बल्लेबाजी में तो दमदार नजर आते ही हैं, साथ ही आईपीएल में अपनी लीडरशिप को भी दिखा चुके हैं। जिससे उन्हें भारत के अगले टेस्ट कप्तान का एक सटिक विकल्प माना जा सकता है।