Team India: क्या आज के दौर में युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा का आकलन केवल आईपीएल तक ही सीमित रह गया है? क्या आईपीएल में किए गए प्रदर्शन पर ही चयनकर्ताओं का ध्यान केन्द्रित हो गया है? क्या टीम इंडिया में सेलेक्शन का पैमाना सिर्फ और सिर्फ ये टी20 लीग ही बन चुका है? …..इस तरह के कईं सवाल हैं, जो घरेलू क्रिकेट में एक युवा बल्लेबाज चीख़-चीख़ कर पूछ रहा है। जिसका बल्ला आईपीएल में तो नहीं लेकिन घरेलू क्रिकेट में ऐसा आग उगल रहा है, कि उसके आगे गेंदबाजों के अरमान झुलसते नजर आ रहे हैं।
सेंचुरी पर सेंचुरी मार रहे हैं सरफराज, सेलेक्टर्स की आंखें हैं बंद
ये बल्लेबाज वैसे तो किसी पहचान को मोहताज नहीं है, क्योंकि जब से क्रिकेट खेलना शुरू किया है, उसके बाद से कीर्तिमानों की फेहरिस्त खड़ी कर रहे हैं | हम यहां बात कर रहे हैं मुंबई के 25 साल के युवा क्रिकेटर सरफराज खान (Sarfaraz Khan) की। दाएं हाथ के इस विस्फोटक बल्लेबाज ने घरेलू क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से हर किसी का ध्यान आकर्षित किया है।
सरफराज खान किस कदर फॉर्म में हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके बल्ले से एक के बाद एक सेंचुरी निकल रही है। लेकिन वहीं दूसरी ओर सेलेक्टर्स उनकी इस लाजवाब बल्लेबाजी को देखने के बाद भी आंखें मूंदकर बैठे हैं, क्योंकि उनकी आंखें तो इंडियन प्रीमियर लीग में प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों पर ही खुलती हैं।
अपने फर्स्ट क्लास करियर में 51 पारी में जड़ चुके हैं 12 शतक
2014 में अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट का डेब्यू करने के बाद से ही सरफराज खान अलग ही फॉर्म में दिख रहे हैं, जिन्होंने अपने इस फॉर्मेट के अब तक के करियर में 35 मैच खेले हैं, जिसमें खेली 51 पारियों में वो 9 बार नॉटआउट रहे हैं, इन्होंने 79.80 की औसत के साथ 3352 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक ठोंक डाले हैं, तो साथ ही 9 अर्धशतक भी जड़ी हैं। उनके बल्ले से एक तिहरा शतक और 2 दोहरे शतक भी निकल चुके हैं।
रणजी ट्रॉफी 2022-23 में अब तक मुंबई के इस स्टार क्रिकेटर ने 4 मैचों की 6 पारियों में 100.75 की प्रभावशाली औसत और करीब 70 की स्ट्राइक रेट के साथ 402 रन बना चुके हैं, इस दौरान वो 2 शतकों के अलावा अपने नाम 1 फिफ्टी भी कर चुके हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में मौका देने की मांग
इस असाधारण फॉर्म को देखने के बाद भी उन्हें टीम इंडिया का टिकट अब तक नहीं मिला है। उन्हें सेलेक्टर्स लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं। अब मौजूदा फॉर्म को देखने के बाद तो उन्हें अगले महीनें से होने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शामिल करने की मांग भी जोरों पर है।
क्योंकि भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का एक्सीडेंट के बाद खेलना संदिग्ध दिख रहा है, ऐसे में कहीं ना कहीं चयनकर्ताओं को अब तो अपनी आंखें खोलनी होगी और इस युवा खिलाड़ी को मौका देना होगा। जिससे ऋषभ पंत जैसा अटैकिंग बल्लेबाज टीम में अपना अलग रोल निभा सके।