जीतने का मजा तब आता है,जब सभी आपके हारने का इंतजार कर रहे हों | पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में वही हुआ | बारिश की वजह से पूरे दो दिन का मैच धुला,फिर ख़राब रौशनी |
अच्छे-अच्छे क्रिकेट पंडितों ने भी ये मान लिया था कि अब ये मैच नीरस,ड्रा होगा,लेकिन कीवियों ने सबको झुठलाते हुए,टीम इंडिया को चौंकाते हुए 144 सालों के टेस्ट इतिहास और 2425 टेस्ट के बाद पहला विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का ख़िताब अपने नाम किया |
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टीम इंडिया ने जहाँ हर क्षेत्र में निराश किया वहीं, विलियमसन के नेतृत्व में गेंदबाजी,बल्लेबाजी,क्षेत्ररक्षण सबमें अपना दमख़म दिखाया और इतिहास गढ़ते हुए ट्रॉफी अपने घर ले गए | विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का ये खिताबी मुकाबला आईसीसी के इस सत्र के 60 मुकाबलों के बाद आया |
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भारत ने पहली पारी में 217 रन बनाए,जबकि कीवियों ने 249 रन बनाकर 32 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त ली | टीम इंडिया दूसरी पारी में 170 पर सिमट गई और ब्लैक कैप्स ने अपने कप्तान केन विलियमसन की शानदार 52 रनों की कप्तानी पारी की बदौलत 8 विकेट से खिताबी मुकाबला जीतकर इतिहास रचा |
जहाँ काइल जेमिसन ने पहली पारी में 5 जबकि दूसरी पारी में 2 विकेट लेकर न्यूज़ीलैंड की जीत में बहुत बड़ी भूमिका अदा की | वहीं टीम इंडिया की बेहद ख़राब बल्लेबाजी का अंदाजा इसी लगाया जा सकता है कि दोनों पारियों में कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं जड़ सका | पहली पारी में जहाँ रहाणे ने सर्वाधिक 49 रन बनाए वहीं दूसरी पारी में पंत के बल्ले से सर्वाधिक 41 रन निकले |
काइल जेमिसन को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया