अपडेटेड: 13 अगस्त 2022
IND vs ZIM 2022: विश्व क्रिकेट में ऐसे कई क्रिकेटर्स हैं, जिनके पास कौशल की कोई कमी नहीं होती है, लेकिन इन खिलाड़ियों को हमेशा से ही नज़रअंदाज किया जाता है। इन अभाग्यशाली क्रिकेटर्स में एक नाम मौजूदा भारतीय टीम में शिखर धवन (Shikhar Dhawan) का माना जा सकता है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पिछले कई साल से भारतीय टीम के लिए जरूरत के वक्त खूब जलवा दिखाया है। खासकर बड़े टूर्नामेंट्स में गब्बर ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। लेकिन हमेशा ही शिखर धवन को विराट, रोहित या राहुल से कमतर ही माना गया।
राहुल के फिट होते ही शिखर धवन से छिन ली गई कप्तानी
इसकी एक बानगी एक बार फिर से देखने को मिली है। जहां कुछ ही दिनों के बाद होने वाले जिम्बाब्वे दौरे के लिए शिखर धवन से कप्तानी छिन ली गई है। इस दौरे पर होने वाली 3 मैचों की वनडे सीरीज को लेकर पिछले ही दिनों टीम का चयन किया गया, जहां शिखर धवन को कप्तानी सौंपी गई थी।
लेकिन अभी तो वो जिम्बाब्वे दौरे के लिए रवाना होने ही वाले थे कि उससे ठीक शिखर धवन के साथ धोखा हो गया, जहां केएल राहुल के फिट होने पर शिखर धवन से इस जिम्बाब्वे दौरे से कप्तानी छिन ली गई और उन्हें केएल राहुल का डिप्टी बना दिया गया।
राहुल जिम्बाब्वे के इस दौरे पर शामिल नहीं किए गए थे, लेकिन उनको बीसीसीआई की मेडिकल टीम से फिट होने की मुहर लगते ही तत्काल प्रभाव से ना केवल जिम्बाब्वे दौरे पर चुन लिया गया, बल्कि कप्तानी भी दे दी।
शिखर धवन को पहले चुना कप्तान, फिर छिन ली कमान
बीसीसीआई का ये फैसला हैरान करने वाला है, क्योंकि पहले तो शिखर धवन को आपने जिम्बाब्वे टूर पर कप्तानी सौंपी, अब अचानक ही राहुल के फिट होने पर कप्तानी से हटाना समझ से परे है, ये एक बड़े खिलाड़ी के साथ मजाक कहा जा सकता है।
बाएं हाथ का ये अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल से सीनियर ही नहीं हैं बल्कि हाल ही में उन्होंने अपनी कप्तानी में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। इतना ही नहीं खुद गब्बर ने इस 3 मैचों की वनडे सीरीज में कप्तानी प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने 3 मैचों में 2 फिफ्टी जड़ते हुए 158 रन बनाए थे।
शिखर धवन के रिकार्ड्स
पिछले कुछ समय से शिखर धवन भारतीय टीम में केवल वनडे सदस्य ही बनकर रह गए हैं। उन्हें टेस्ट और टी20 दोनों ही फॉर्मेट से दूर कर दिया गया है। धवन भारत के लिए साल 2010 से खेल रहे हैं, जिसके बाद उन्होंने 34 टेस्ट, 155 वनडे और 68 टी20आई मैच खेले हैं। इस दौरान वैसे तो उनका हर फॉर्मेट में प्रभाव दिखा है, वहीं वनडे में उन्होंने 152 पारियों में 45.40 की औसत से 6394 रन बनाए हैं। जिसमें खासकर आईसीसी टूर्नामेंट्स में बहुत ही कमाल का प्रदर्शन किया है।
भारत के इस दिग्गज बल्लेबाज को उनके प्रदर्शन के अनुरूप कभी नहीं आंका गया। बात जब धवन के इस साल खेले गए आईपीएल-15 सीजन के प्रदर्शन की करें तो उन्होंने पंजाब किंग्स के लिए खेलते हुए 14 मैचों में 38.33 की औसत से 460 रन बनाने बनाए। वहीं पिछली 10 वनडे पारियों में इन्होंने 43.11 की औसत से 388 रन बनाए। जिसमें 4 अर्धशतक भी लगाए।
वहीं जब केएल राहुल के करियर को देखे तो उन्होंने अब तक 42 वनडे मैचों में 46.68 की औसत से 1634 रन बनाए हैं। पिछली 10 वनडे पारियों में इन्होंने 395 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 43.88 का रहा है। राहुल ने 3 फिफ्टी और 1 सेंचुरी जड़ी। इससे साफ होता है कि राहुल और धवन के प्रदर्शन में खास अंतर नहीं है।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि केएल राहुल भारत के भविष्य के कप्तान हैं, और बहुत बड़े बल्लेबाज हैं, लेकिन वो पिछले काफी समय से मैदान से दूर थे। उन्हें एशिया कप से पहले टीम में चुना जाना तो ठीक है, लेकिन पहले से नियुक्त किए गए कप्तान को कप्तानी से हटाकर कमान सौंपना वाकई में गलत है, इसे धवन के साथ नाइंसाफी कहा जाए तो बिल्कुल भी गलत नहीं होगा।